Mohabbat Gar Gunaah Hai
Nazm ° Mohabbat Gar Gunaah Hai मोहब्बत गर गुनाह है तो मैं बार बार करूँ मोहब्बत गर सजा है तो मैं बार बार करूँ मोहब्बत गर नशा है तो मैं बार बार करूँ मोहब्बत गर अदा है तो मैं बार बार करूँ मोहब्बत गर फना है तो मैं बार बार करूँ मोहब्बत गर गुनाह है तो मैं बार बार करूँ मेरी कलम से ... ©सुहैल अनवर suhailanwar911@gmail.com